Home Loan Eligibility: इस साल घर खरीदना चाहते हैं? ये 6 टिप्स फटाफट क्लियर करा देंगे लोन ऐप्लिकेशन
Home Loan Eligibility: आपकी लोन चुकाने की क्षमता, आपकी आय, आपकी नौकरी की स्थिरता, आपका क्रेडिट स्कोर वगैरह लोन मंजूर किए जाने में बड़ा रोल रखते हैं, तो आपको ये सब मेंटेन करके चलना चाहिए. ये सभी टिप्स अपनाकर आप अपनी होम लोन एलिजिबिलिटी बढ़ा सकते हैं.
Home Loan: अगर आप इस साल घर खरीदने का सोच रहे हैं तो आपको ये पता होना चाहिए कि होम लोन के लिए एलिजिबल यानी पात्र हैं या नहीं. होम लोन के ऐप्लीकेशन पर बैंक और हाउसिंग कंपनियां बहुत असेसमेंट करती हैं. आपको कई कसौटियों पर परखा जाता है, जिसके बाद वो ये तय करते हैं कि आप होम लोन लेने लायक हैं या नहीं. होम लोन एलिजिबिलिटी देखने से मतलब है ये देखना कि आपको कितना लोन दिया जा सकता है, आपकी उम्र और आय क्या है, आय के कितने स्रोत हैं, क्रेडिट स्कोर कैसा है, आप लोन लेकर चुका भी सकते हैं या नहीं, वगैरह-वगैरह. ऐसे में अगर आपको भी होम लोन चाहिए ही, तो आपको अपनी एलिजिबिलिटी बढ़ाने पर काम करना चाहिए. कुछ टिप्स हैं जो आपकी इसमें मदद कर सकते हैं, अगर आप इन पैमानों पर खरे उतरे तो आपका ऐप्लिकेशन फटाफट क्लियर हो जाएगा.
1. जॉइंट लोन के लिए अप्लाई करें
अगर आपके परिवार में कोई और भी पैसा कमाता है और उसका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आप उसके साथ मिलकर जॉइंट लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं. इससे लोन अप्रूव होने के चांस बढ़ जाएंगे. आप अपने पार्टनर या पैरेंट्स के साथ लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं. को-ऐप्लीकेंट होने से आपकी एलिजिबिलिटी बढ़ेगी, लोन अमाउंट बढ़ेगा, रीपेमेंट की जिम्मेदारी दो कंधों पर होगी और आपको टैक्स बेनेफिट भी मिल सकता है.
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2. एक्स्ट्रा आय का स्रोत दिखाएं
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अगर आपके पास एक से ज्यादा आय के स्रोत हैं, जैसे कि मान लीजिए आप सैलरीड प्रोफेशनल हैं, लेकिन कुछ और वैध जरियों से भी आपकी इनकम होती है तो आप इसे भी दिखा सकते हैं. इससे बैंक को लगेगा कि आपके पास रीपेमेंट के लिए सपोर्ट है और आप लोन लेकर बैठेंगे नहीं. अगर आपकी एडिशनल इनकम नहीं है तो आपको ट्राई करना चाहिए कि आप कमाई का कम से कम एक अतिरिक्त जरिया जरूर रखें.
3. लंबी अवधि का लोन टेन्योर चुनें
अगर आप लंबी अवधि का लोन टेन्योर चुनते हैं तो इससे भी आपकी होम लोन एलिजिबिलिटी बढ़ेगी. इससे आपकी EMI अपेक्षतया कम होगी, जिससे बैंक को आपको उधार देना बहुत जोखिमभरा नहीं लगेगा. हालांकि, इससे आपके होम लोन पर कुल देय ब्याज बढ़ेगा, यानी लंबी अवधि में आपको ज्यादा ब्याज भरना पड़ेगा.
5. ज्यादा से ज्यादा हाई डाउन पेमेंट चुका दें
बैंक से लोन लेते वक्त आपको डाउन पेमेंट करना होगा. अगर आप कम डाउन पेमेंट करते हैं तो आपका लोन वैल्यू बढ़ेगा, जिससे कि आपका देय ब्याज भी बढ़ेगा. इसलिए आप लोन लेते वक्त ज्यादा डाउन पेमेंट कर सकते हैं, इससे आपका इंटरेस्ट कम होगा.
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6. अप्लाई करने से पहले अपने सारे कर्ज चुका दें
एक और चीज का ध्यान रखें कि जब आप होम लोन के लिए अप्लाई करने जा रहे हों तो आपके पास पहले से ही कर्ज न पड़े हों. बैंक आपका Debt-to-Income रेशियो देखते हैं, जिससे पता चलता है कि आपकी आय के मुकाबले आपके ऊपर कितना कर्ज है. ऐसे में अगर आपके ऊपर पहले से ही कोई कर्ज है तो बेहतर होगा कि इसे चुकाकर ही लोन के लिए अप्लाई करें, इससे आपका क्रेडिट स्कोर भी ऊपर जाएगा.
क्रेडिट स्कोर की बात आई है तो ये जाहिर है कि बैंक आपका क्रेडिट स्कोर चेक करेंगे तो आप जरूर अपना क्रेडिट स्कोर अपडेट रखें और बढ़िया स्टैंडर्ड पर रखें. इसे 750 से ऊपर होना चाहिए. कुल मिलाकर आपकी लोन चुकाने की क्षमता, आपकी आय, आपकी नौकरी की स्थिरता, आपका क्रेडिट स्कोर वगैरह लोन मंजूर किए जाने में बड़ा रोल रखते हैं, तो आपको ये सब मेंटेन करके चलना चाहिए. ये सभी टिप्स अपनाकर आप अपनी होम लोन एलिजिबिलिटी बढ़ा सकते हैं.
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05:43 PM IST